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ब्रिटिश संसद में ग्लोबल ब्रिलियंस फोरम समिट के दौरान हुआ बड़ा ऐलान। राजस्थान के युवा छात्र शांतनु सिंह राव को ‘Outstanding Student Achievement Award’ से नवाज़ा गया।

लंदन। ऐतिहासिक ब्रिटिश संसद भवन (UK Parliament) में आयोजित ग्लोबल ब्रिलियंस फोरम समिट एवं ग्लोबल ब्रिलियंस अवॉर्ड्स 2025 का मंच उस समय एक भावनात्मक मोड़ पर आ गया, जब भारत-यूके के सबसे महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा चल रही थी।

समिट में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री श्री कीर स्टारमर की भारत यात्रा और भारत–यूके मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर एक उच्चस्तरीय पैनल चर्चा चल रही थी। इस चर्चा में वरिष्ठ नीति विशेषज्ञों और उद्योगपतियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के एक वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में उभरने पर जोर दिया।

FTA चर्चा के बीच हुआ बड़ा ऐलान

तभी, कार्यक्रम के आयोजकों ने एक विशेष घोषणा की, जिसने अचानक सबका ध्यान राजस्थान के एक युवा छात्र शांतनु राव की ओर खींच लिया।

शांतनु राव को उनके समाजसेवी कार्यों, ज़बरदस्त नेतृत्व क्षमता और प्रवासी भारतीय छात्रों के कल्याण हेतु किए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रतिष्ठित ‘Outstanding Student Achievement Award’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान पाकर शांतनु ने न सिर्फ भारत का बल्कि विशेष रूप से राजस्थान का गौरव बढ़ाया।

🏆 शांतनु राव: क्यों मिली यह पहचान?

शांतनु वर्तमान में Queen Mary University, London में अंतिम वर्ष के छात्र हैं। अपनी पढ़ाई के साथ ही उन्होंने विदेश में संघर्ष कर रहे भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा सहारा बनने का काम किया। उनके कुछ प्रमुख योगदान:

  • आवास संकट का समाधान: नए छात्रों को रहने के लिए उचित आवास (Accommodation) खोजने में मदद की।
  • रोज़गार मार्गदर्शन: छात्रों को पार्ट-टाइम नौकरी के अवसरों की जानकारी एवं मार्गदर्शन प्रदान किया।
  • मानसिक सहारा: गंभीर ‘Mental health’ और ‘Emotional support’ के लिए व्यक्तिगत एवं सामुदायिक स्तर पर सहायता दी।

पिता को समर्पित किया सम्मान

भावुक होते हुए शांतनु ने यह पुरस्कार अपने पिता श्री प्रेम सिंह जी को समर्पित किया। उन्होंने कहा, “लोगों की सहायता करना मैंने अपने पिता से सीखा है। यह सम्मान सभी संघर्षरत छात्रों और सेवा की भावना को समर्पित है।”

ग्लोबल ब्रिलियंस फोरम के चेयरपर्सन आदित्य प्रताप सिंह ने इस आयोजन को वैश्विक संवाद, सम्मान और संस्कृति का संगम बताया। यह समिट न सिर्फ व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने, बल्कि युवा नेतृत्व और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का भी प्रतीक बन गया।

इस मौके पर ब्रिटिश संसद के कई सांसद, मेयर्स, राजनयिक, भारत से आए प्रशासनिक अधिकारी, और सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री विकल्प सिंह जैसे प्रतिष्ठित अतिथि मौजूद रहे।

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