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प्रतापगढ़ : तख्तगढ़ धाम के प्रमुख और प्रसिद्ध संत स्वामी अभयदास जी महाराज को एक गंभीर धमकी मिली है, जिसके बाद उनके खिलाफ विवाद गहरा गया है। भारत आदिवासी पार्टी ने स्वामी अभयदास जी को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने आदिवासी समाज के खिलाफ अपनी टिप्पणी पर माफी नहीं मांगी, तो उन्हें परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।

भारत आदिवासी पार्टी का आरोप

भारत आदिवासी पार्टी के नेताओं का आरोप है कि स्वामी अभयदास जी ने पिछले दिनों एक सार्वजनिक कार्यक्रम में आदिवासी समाज के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था। पार्टी ने स्वामी अभयदास जी से माफी की मांग की है और कहा कि अगर वह अपनी टिप्पणी पर माफी नहीं मांगते हैं, तो वे विरोध प्रदर्शन और कानूनी कार्रवाई करेंगे।

स्वामी अभयदास जी का स्पष्टीकरण

स्वामी अभयदास जी ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा, “मेरे शब्दों का कोई भी गलत अर्थ निकालना गलत है। मेरा उद्देश्य केवल समाज में धार्मिक और सांप्रदायिक सौहार्द स्थापित करना है। मैंने कभी किसी समाज का अपमान नहीं किया है।” उन्होंने कहा कि वह धमकियों से डरने वाले नहीं हैं और समाज के कल्याण के लिए काम करते रहेंगे।

आयोजन पर असर

यह विवाद उस समय सामने आया है जब स्वामी अभयदास जी महाराज के नेतृत्व में “श्रीमद भागवत कथा” का आयोजन 23 अप्रैल 2025 से प्रतापगढ़ में होने जा रहा है। इस कार्यक्रम में प्रमुख संतों की उपस्थिति और भव्य आयोजनों की योजना है, जिसमें 11,111 कलश यात्रा, हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा और भव्य झांकियां शामिल हैं। आयोजकों ने यह स्पष्ट किया कि यह धार्मिक आयोजन राजनीति से अलग है और इस पर कोई भी राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा।

आयोजन की जानकारी

श्रीमद भागवत कथा महोत्सव का आयोजन 23 अप्रैल 2025 से 29 अप्रैल 2025 तक प्रतापगढ़ के दशहरा मैदान में होगा। कथा का समय दोपहर 1:00 बजे से 5:00 बजे तक निर्धारित किया गया है। इस कार्यक्रम में विशेष संतों के साथ युवाचार्य श्री अभयदास जी महाराज कथा व्यास के रूप में उपस्थित होंगे।

पावन संत सानिध्य में

  • कथा व्यास: युवाचार्य श्री अभयदास जी महाराज (तख्तगढ़ धाम)
  • विशिष्ट संतगण:
  • जैन आचार्य श्री लोकेश मुनि जी (दिल्ली)
  • पूज्य श्री देवकीनन्दन ठाकुर जी (वृंदावन)
  • पूज्य श्री प्रदीप मिश्रा जी (सिहोर)

*प्रशासन की सक्रियता

मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने आयोजकों को सुरक्षा बढ़ाने की सलाह दी है और पुलिस बल को तैनात किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि यदि कोई उपद्रव हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

क्या आगे होगा?

स्वामी अभयदास जी के खिलाफ बढ़ते विवाद ने अब धार्मिक आयोजन को राजनीति से जोड़ दिया है। आगामी दिन क्या रुख अपनाएंगे, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन इस घटना ने प्रतापगढ़ में हो रहे इस बड़े धार्मिक आयोजन की ओर सबका ध्यान आकर्षित कर लिया है।

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