तखतगढ़, राजस्थान के प्रतिष्ठित युवाचार्य अभयदास जी महाराज इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं। हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी कि वे टेक्सास के मैकेलन और इडनबर्ग टाउन में आयोजित प्रश्नोत्तरी संवाद सत्र में भाग ले रहे हैं। इन सत्रों में बड़ी संख्या में हरि भक्तों ने हिस्सा लिया और सनातन धर्म की संस्कृति में रच-बस कर अध्यात्मिक आनंद लिया।
युवाचार्य अभयदास जी महाराज ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “यहां होने वाली हर आध्यात्मिक चर्चा का निष्कर्ष की ओर बढ़ना ही मेरी यात्रा की सफलता का अहसास कराता है। यहां शोर नहीं, बल्कि गहराई है। सनातनीयों में धर्म और अध्यात्म को जानने की तीव्र इच्छा है, और यह उत्साह हर धर्मगुरु को प्रेरित करता है।”
उनके साथ यात्रा में पुज्य श्री रामदासजी भी मौजूद हैं, जो अपने आध्यात्मिक अनुभवों के माध्यम से उपस्थित लोगों को जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने भी अपने प्रेरणादायक विचारों से भक्तों को लाभान्वित किया।
इस यात्रा का उद्देश्य सिर्फ धार्मिक प्रवचन देना नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म की गहराईयों को विश्व स्तर पर फैलाना है। अमेरिका में हुए इन सत्रों ने यहां के सनातनीयों के बीच उत्साह और श्रद्धा की एक नई लहर पैदा कर दी है।
अभयदास जी महाराज ने अपने विचारों से भक्तों को प्रेरित करते हुए कहा कि यह यात्रा उनके लिए व्यक्तिगत साधना के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर सनातन धर्म के प्रसार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आध्यात्मिक चर्चाओं का उद्देश्य सिर्फ ज्ञान बांटना नहीं, बल्कि आत्मा के वास्तविक सत्य की खोज करना है।
अमेरिका में आयोजित इन सत्रों में भारतीय संस्कृति की सुगंध और सनातन धर्म की मिठास ने सभी को मोहित कर दिया है। महाराज की उपस्थिति ने सिद्ध कर दिया कि आध्यात्मिकता की पुकार सीमाओं से परे है और दिलों में गहराई से जड़ें जमाती है।